Kamal Kakdi – Lotus Stem Vegetable for Back Pain, Asthma and Pregnancy
लोटस यानि कमल का फूल १०० प्रकार के होते हैं, भारत में ये काफी जगह पाया जाते हैं। ये खूबसूरत दिखने वाला फूल कीचड़ में पाया जाता है जिसके अनेक फायदे हैं।
आज हम Lotus Stem के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
भारत में तो हम इसकी (Kamal Kakdi) सब्ज़ी बनाते हैं लेकिन चीन में इस से वह अपनी ओषधियाँ भी तैयार की जाती हैं। भारत में ये हमें बढ़ी आसानी से मिल जाती है इसलिए हम इसे सब्ज़ी के रूप में उपयोग में लाते हैं।
कमल ककड़ी के स्वास्थ्यवर्धक गुण एवंम फ़ायदे | Kamal Kakdi Benefits
चलिये जानते हैं कमल ककड़ी के हमारे स्वस्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है। वैसे तो कमल ककड़ी का सेवन बहुत ही कम किया जाता है और बहुत कम लोग इसे पसंद करते हैं। पर यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी मानी जाती है क्यूंकि इसके अंदर विटामिन्स, मिनरल, पोटाशियम, आयरन और जिंक।
यह सारे महत्वपूर्ण तत्व जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं वह कमल ककड़ी में भरपूर मात्रा में मिल जाते हैं। कमल ककड़ी का उपयोग आप कई तरीकों से कर सकते हैं जैसे की आप इसकी सब्जी बना सकते हैं, आचार भी बना सकते हैं। कमल ककड़ी से बहुत सारे व्यंजन बन सकते हैं अगर आप इसका सही ढंग से उपयोग करें तो।
कमर दर्द से छुटकारा :-
कमर दर्द से निजात पाने की लिए कमल ककड़ी का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आपको १०० ग्राम कमल ककड़ी का पाउडर लेना है यह पाउडर आपको आसानी से बाजार में मिल जाएगा या फिर आप इसे ऑनलाइन amazon site भी आर्डर कर सकते हैं। इस पाउडर को आपको उबाले हुए दूध में घोल लेना है और इसका सेवन करना है। २० से २५ दिन अगर आप इस दूध का सेवन करते हैं तो आपको कमर दर्द में काफी राहत मिलेगी।
अस्थमा (दमा) रोग को दूर करे : –
दमा या अस्थमा एक ऐसे बीमारी है जिसके बारे में कहते हैं की दमा दम निकलने के बाद ही जाता है। क्यूंकि ये उन बिमारियों में से है जिनके इलाज में लम्बा समय लगता है और मॉडर्न मेडिकल साइन्स यानी एलोपेथी में इसे पूरी तरह ठीक करने के लिए अभी तक कोई असरदार दवाई नहीं बनी है।
असल में देखा जाए तो अस्थमा हमारे Respiratory System यानी श्वसन प्रणाली से जुड़ी बिमारी है। जिसे केवल आयुर्वेदिक तरीके से ही जड़ से ख़त्म किया जा सकता है। पूरी दुनिया में आज ३० कऱोड़ से भी ज्यादा लोग अस्थमा की बिमारी से गृस्त हैं और लगभग २,५००० लोगों की इस बिमारी की वजह से मृत्यु भी हो जाती है।
अगर आप Kamal Kakdi का नियमित सेवन करेंगे तो फेफड़ों यानी अस्थमा की समस्या हल हो जाएगी। इसके लिए आपको Lotus Stem का रस पी सकते हैं या फिर इसको कद्दू कस करके इसे खाना है।
कमल ककड़ी हड्डियों को मज़बूत करे | Makes Bone Stronger With Kamal Kakdi
इसे खाने से हड्डियां भी मजबूत होती है और इसमें काफी मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है। फाइबर हमारे कोलेस्ट्रॉल लेवल को काम करने में काफी मदद करता है। कमल ककड़ी खनिजों भरपूर मात्रा में पाया जाता है और साथ ही साथ यह विटामिन C का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है।
इसकी वजह से शरीर रोग प्रतिरोधक शक्ति मिलती है। हमको दिन भर में जितने भी विटामिन्स चाहिए होते हैं वह सारे विटामिन्स लगभग कमल ककड़ी में मिल जाते हैं। इसलिए अगर आप हमेशा कमल ककड़ी का सेवन करेंगे तो आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे।
गर्भावस्था में कमल ककड़ी अदभुत फायदे | Kamal Kakdi in Pregnancy
जो भी महिलाएं गर्भवती उन्हें कमल ककड़ी का सेवन जरूर करना चाहिए। ये गर्भ में पल रहे बच्चे की मासपेशियों को मजबूत बनता है और उसके मस्तिष को तेज करता है। जैसे की डॉक्टरों द्वारा बताया जाता है की गर्भवती महिला को सही मात्रा में विटामिन c, फोलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम लेना चाहिए। तो ये सारे तत्व कमल ककड़ी के सेवन से प्राप्त किये जा सकते हैं।
तनाव कम और मस्तिष को तेज़ करे :-
इसमें विटामिन B 6 होता है जो हमारे दिमाग को तेज़ करता है जिन लोगों को भी तनाव रहता है, सिर भारी रहता है या कई लोगों लोगों की सिर की नसें में दर्द रहता है तो उनको इसे अपने आहार में Kamal Kakdi जरूर शामिल करना चाहिए। इससे उनका दिमाग़ शांत रहेगा और सर दर्द जैसी बीमारी से भी छुटकारा मिल जायेगा।
शरीर में खून की कमी दूर करे :-
जिन लोगों शरीर में खून की कमी है या एनिमिया की शिकायत है उनके लिए भी कमल ककड़ी बहुत लाभदायक है। इसमें काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है जो हमारे शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने में कारगर है। महिलाओं को मासिक धर्म के तीन दिन तक इसका जूस ज़रूर पीना चाहिए ताकि पीरियड्स के दौरान हुई खून की कमी को पूरा किया जा सके।
शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाये | Boost Your Energy Level With Lotus Stem
कमल ककड़ी हमारे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन यानि खून (रक्त संचार) के दौरे को बढ़ाती है। जिस से हमारे शरीर के सारे अंग सुचारु रूप से कार्य करते हैं। इससे हमारा एनर्जी लेवल बढ़ता है यानी ऊर्जा, शक्ति बढ़ती है।
कमल ककड़ी सब्ज़ी की रेसिपी | Delicious Lotus Stem Curry Recipe
सामग्री चाहिए :-
- कमल ककड़ी – ५०० ग्राम /आधा किलो
- टमाटर – २
- प्याज – २
- हरा धनिया – ५ ग्राम
- अदरक, हरी मिर्च , लहसुन का पेस्ट – २ चमच्च
- सरसों का तेल – २ चमच्च
- जीरा – १ चमच्च
- धनिया पाउडर – १ बड़ा चमच्च
- लाल मिर्च पाउडर – १ चमच्च
- कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर – १ बड़ा चमच्च (कलर के लिए)
- हल्दी पाउडर – १/२ चमच्च
- गरम मसाला – १ छोटा चमच्च
- नमक स्वादनुसार
कमल ककड़ी बनाने की विधि –
सबसे पहले कमल ककड़ी के दोनों किनारों को काट कर अलग कर देंगे अब धीरे धीरे इसका छिलका उतारिये। अगर हम इसका छिलका नहीं उतारेंगे तो खाते समय इसके रेशे मुंह में आएंगे। अब छील कर इसे साफ पानी से अच्छी तरह धो लीजिये और छोटे छोटे चिप्स के आकार के टुकड़ों में काट लीजिये।
अब एक पतीले में पानी गरम कर लें और इसमें एक चमच्च नमक दाल लीजिये। जब पानी उबलना शुरू हो जाए तो इसमें कमल ककड़ी यानी लोटस स्टेम को डाल दें। अब इसे २ से ३ उबाल आने तक पकने दें। दोस्तों ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि इसके छेदों में अगर गंदगी या मिट्टी होगी तो वह साफ़ हो जाएगी।
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अब इसे ठंडा होने दें और गैस के दूसरे साइड में कुकर रख दें। कुकर में २ चमच्च तेल डालिये जब तेल गरम हो जाए तो इसमें जीरा मिला दीजिये। जीरे का सुनेहरा रंग आने का यानि जब जीरा तड़कना शुरू हो जाए तो इसमें प्याज डाल देंगे। अब में अदरक, हरी मिर्च , लहसुन का पेस्ट को डालकर अच्छे से हिलाएं।
इस मिश्रण को अब २ से ३ मिनट तक भुनंने दीजिये। इसके बाद अब बारी आती है टमाटर की तो अब इसे भी डाल दें और अच्छी तरह से मिला लें। अब धनिया पाउडर, कश्मीरी लाल मिर्च, हल्दी, लाल मिर्च और नमक स्वादनुसार डाल देंगे।
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अच्छे से मिलाने के बाद चूल्हे की आंच को धीमा रखें ताकि मसाले जलें ना। अब कूकर को ढक्कन से ढक देंगे और ४ से ५ मिनट तक बुनने देंगे।
“कमल ककड़ी” को पानी से अलग कर दें। अब आप देखेंगे की मसाले अच्छी तरह से पक्क गए हैं और तेल भी छोड़ दिया है। अब कूकर में कमल ककड़ी को डाल देंगे और इसे मसालों के साथ अच्छे से मिला देंगे।
अब इसे ढक्कन से ढक्क कर दोबारा ३ से ४ मिनट तक भूनेंगे इसके बाद कूकर में १. ५ गिलास पानी डाल देंगे और सब्जी को अच्छे से मिलाएंगे। अब कूकर का ढक्कन बंद करके इसको ६ सीटियां आने तक पकाएंगे।
६ सीटियां आने के बाद अब चूल्हे की आंच को बंद कर दें और अपने आप ठंडा होने के लिए छोड़ देंगे। चूल्हा चला दें और थोड़े इंतज़ार के बाद ढक्कन खोल दें और बिना ढक्कन लगाए इसे ४ से ५ मिनट तक उबाला आने दें। अब सब्ज़ी में धनिया की पत्तियां और गरम मसाला डाल दीजिये। दोस्तों अब उबाल भी आ गया है और सब्ज़ी भी अच्छे से बनकर तैयार हो गयी है।
इसे अब गरमा गर्म परोसें और खाने का मज़ा लें।
Note :- सावधानियां – कमल ककड़ी को खरीदते समय ध्यान रखियेगा की वह देखने में सफ़ेद हो, साइज में थोड़ी मोटी हो और उसके दोनों किनारे अगर बंद हों तो और भी अच्छा है। दोनों और से बंद Kamal Kakdi का ये फायदा होगा की इससे कोई भी गंदगी, मिट्टी कमल ककड़ी के छेद में नहीं जाएगी। अगर यह ज़्यादा पतली होगी तो वह जल्दी पकेगी नहीं और उसका स्वाद भी अच्छा नहीं होता है।