मेरा परिवार निबंध इन हिंदी Essay on My Family in Hindi

इस आर्टिकल में हम आपके लिए लाएं हैं मेरा परिवार पर निबंध हिंदी में यानि Essay on My Family in Hindi. इस आर्टिकल में हमने परिवार की महत्वता को सरल पंक्तियों में दर्शाया है।

आज के दौर में सब लोगों को छोटा परिवार अच्छा लगता है। उनका मानना है, कि परिवार जितने छोटे होते हैं, उतने ही सुखी रहते हैं। जहाँ 2 BHK के फ्लैट में भी रहा जा सकता है। हालांकी, यह एक तरह से ठीक भी है  लेकिन, संयुक्त परिवार की बात ही अलग होती है। वहां की नोक-झोंक में भी अपना ही एक अलग मजा होता है। Essay On Family in Hindi के द्वारा चलिए जानते हैं की  परिवार क्या है और इसकी महत्वता क्या है।

मेरा परिवार निबंध इन हिंदी Essay on My Family in Hindi (1090 Words)

परिवार वह होता है, जहां एक छत के नीचे सभी लोग प्यार मोहब्बत के साथ रहते हैं। परिवार ही हमारे जीने का सहारा होता है। यदि परिवार ना हो तो हमारा जीवन काफी अधूरा सा लगता है। खुशहाल परिवार वही होता है, जहां माता-पिता, भाई-बहन, दादा-दादी, चाचा-चाची सभी लोग हर दुख-सुख में एक साथ रहते हैं। हर मुश्किल घड़ी में सब लोग एक दूजे का साथ देते हैं और सभी परेशानियों को एक साथ सुलझाते है।

संयुक्त परिवार में लोग एक दूसरे का इज्जत करना बड़े छोटे का सम्मान करना अच्छे से समझ पाते हैं। एक बड़ा परिवार सही मायने में परिवार के महत्व को बयान करता है। लेकिन, आज के बदलते दौर में परिवार छोटे होते जा रहे हैं और लोग उनका महत्व भी भूलते जा रहे हैं। आज के दौर में खासकर छोटे बच्चों की परिवार का महत्व क्या होता है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं होती।

परिवार ही एक ऐसा बंधन है। जहां कभी किसी को अकेला महसूस नहीं होता। जिंदगी के हर परेशानी में हमारे पीछे कोई न कोई जरूर खड़ा रहता है। परिवार में खुशी के साथ-साथ लोग गमों में भी बराबर के शरीक होते हैं। मुझे भी अपने परिवार से बहुत लगाव और बहुत प्यार है। परिवार का हर एक सदस्य अनमोल होता है। अगर परिवार का कोई एक सदस्य भी कहीं चला जाए, तो घर बहुत ही खाली सा लगता है।

मैं एक संयुक्त परिवार में रहती हूँ। जहां माँ, पिताजी, चाचा, चाची और दो भाई है। मैं अपने दोनों भाइयों से बड़ी हूं और घर में इकलौती होने के कारण मुझे घर पर ज़्यदा लाड मिलता है। मेरे दादाजी की मृत्यु तब हुई जब मैं महज 9 साल की थी। मेरे दादा जी बहुत अच्छे थे। वह मुझे शेर, भालू और जलपरियों की कहानियां भी सुनाया करते थे। वह हमें घर पर पढ़ाते थे, हमें पिकनिक घूमने लेकर जाते थे, और हमसे बहुत प्यार करते थे। जब मैं 15 साल की हुई तब मेरी दादी का देहांत हो गया। वह भी बहुत अच्छी थी। वह हमे हर रोज़ रात में कहानियां सुनाया करती थी। पुराने जमाने की भूत प्रेत की अजीबोगरीब दास्तां सुनाती थी और सबसे महत्वपूर्ण बात कि वो हमे मम्मी की मार और पापा के डांट  से हमेशा बचाती थी।

मेरे पिताजी पढ़े लिखे बिजनेसमैन है। उनका खुद का व्यपार है। मेरी माता पढ़ी लिखी है। लेकिन फिर भी घर के कार्यों पर ही ज्यादा ध्यान देती है। मेरी दो छोटे भाई है और दोनों ही हॉस्टल में अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। जब वे दोनो घर पर नहीं होते, तो घर बहुत खाली-खाली लगता है। लेकिन, जब भी वे दोनो वापस आते हैं, तो बहुत मजा आता है। घर में हर तरफ खुशी की आवाज सुनाई देती है और हमलोग बहुत हंसी मजाक करते हैं।

मेरी चाचा भी एक बिजनेसमैन है। उनका खुद का दुकान है, मेरी भी चाची घर के कार्यों पर ध्यान देती हैं। वह भी बहुत अच्छी है। हम तीनो भाई बहन जब भी एक साथ मिल जाते हैं। हंसी की किलकारियां पूरे घर में गूंजने लग जाती हैं। यदि हम में से कोई भी कभी भी किसी मुसीबत में फंसता है। तो हम हमेशा उसकी मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं।  जब भी घर में कोई तीज त्यौहार होता है, पुरे परिवार के लोग धूम-धाम से तैयारी करते हैं और उस दौरान हमारे बड़े पापा और बड़ी मम्मी भी हमारे घर आ जाते हैं, तो  उस वक्त घर में और भी ज्यादा मजा आने लगता है। हमारा घर्बुस समय बहुत गुलज़ार लगता है और चारों तरफ केवल खुशियां ही खुशियां होती है।

उस समय त्यौहार मनाने का एक अलग ही एहसास होता है। मैं भी पढ़ाई के सिलसिले में घर से दूर ही रहती हूं। घर से दूर रहने पर अपने परिवार की ज्यादा याद आती है। वैसे तो मै छुट्टियों में अक्सर अपने घर अपने परिवार से मिलने जाती रहती हूं। लेकिन, कभी परीक्षा या किसी कारणवश किसी त्योहार में घर अपने परिवार के पास नहीं पहुंच पाती हूं, तो बहुत बुरा लगता है। उस समय परिवार का महत्व समझ आता है।

कभी-कभी तो बहुत करीबी दोस्त भी आपके परिवार के जैसे हो जाते हैं। हर दुख हर तकलीफ में वह आपके साथ खड़े होते हैं। एक परिवार कई तरह के बाहरी प्रभावों से बचाता है। हम चाहे दुनिया के किसी भी कोने में क्यों ना चले जाए  लौट कर वापस अपने परिवार के पास ही आते है और इस बात का एक ही अर्थ निकलता है, कि हम दुनिया में अकेले नहीं है।

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एक बच्चे की जिंदगी में परिवार बहुत महत्व रखता है।  बच्चे अच्छी परवरिश के लिए परिवार का होना बहुत जरूरी होता है तभी बच्चे स्वस्थ और सुखी तरीके से विकसित हो पाते हैं और साथ ही बच्चे की देखभाल ही अच्छे से हो पाती है।  मै अक्सर घर से बाहर रहती हूं, और ऐसे भी कभी बीमार पड़ जाऊं या भी कभी किसी चीज की जरूरत पड़ती है तो उस समय परिवार का एहसास समझ आता है, उस समय ऐसा मह्सूस होता है,  कि काश मेरे साथ आज मेरा परिवार होता।

यदि आप कभी कोई गलत निर्णय लेते हैं या आप कोई बड़ी संपत्ति खरीदते हैं, जो फैसला आपके लिए शायद गलत हो, तो उस समय आपका परिवार ही आप के बचाव के लिए आता है। एक मजबूत और सही परिवार वही है, जो आप को हमेशा सही निर्णय लेने में मदद करता है, जो आपकी तकलीफ हो हमेशा आपके साथ खड़ा होता है।

परिवार ही वह जरिया है, जो भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को सही रास्ते दिखाने में मदद करता है। उन्हें सकारात्मक विचार और मनोबल के साथ जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसलिए, हमें प्राय: अपने माता-पिता चाचा-चाची भाई-बहन तथा पुरे परिवार के सभी सदस्यों का सम्मान करना चाहिए। परिवार के बड़े सदस्यों से हमेशा सीख हासिल करनी चाहिये। अपने परिवार पर हमेशा भरोसा करना चाहिए, क्योंकि परिवार जैसा इस दुनिया में कोई नहीं हो सकता।

निष्कर्ष

तो आज हमने मेरा परिवार पर निबंध Essay on My Family in Hindi के बारे में जाना कि एक परिवार क्या होता है और परिवार का क्या महत्व होता है और साथ ही यह भी जाना कि एक परिवार वाकई में बहुत अनमोल होता है। आप भी चाहे तो इसी तरह अपने परिवार के बारे में अच्छे लेख लिख सकते हैं।

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