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Methi Dana Ke Fayde | मेथी दाना के फायदे पूरी जानकारी

Methi Dana Ke Fayde | मेथी दाना खाने के फायदे पूरी जानकारी : नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप आशा है आप ठीक होंगे The Hindi Guide ब्लॉग में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज हम मेथी दाने के बारे में बात करेंगे, बहुत से लोगों को मेथी दाना के बारे में जानकारी बिल्कुल भी नहीं है। और उनको यह बिल्कुल भी नहीं पता है कि मेथी दाना खाने के क्या फायदे हो सकते हैं। इसका अधिक ज्यादा सेवन करने से क्या नुकसान हो सकता है, हालांकि बहुत से लोगों को यह पता है कि मेथी दाना खाने के फायदे जरूर होते हैं।

आजकल लोग अपनी निजी जिंदगी में इतने ज्यादा व्यस्त हो चुके हैं उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने का भी वक्त नहीं मिल रहा है। इसके साथ ही गलत खान पान से उनकी Immunity भी कम हो रही है। आजकल पैसों की भी कमी महसूस होती है जिसकी वजह से सब लोग सिर्फ नौकरियां ही करना पसंद करते हैं। और कुछ लोग तो ऐसे हैं जिनके पास सब कुछ मौजूद है, फिर भी वह अपना ख्याल नहीं रख पाते हैं। अगर आपकी इन दोनों में से कोई भी सीधी है तो हमारे इस पोस्ट तक बने रहिए। methi dana ke fayde for breast

क्योंकि आज हम मेथी दाने के बारे में पूरी जानकारी आपको देने वाले हैं जिसमें हम आपको methi dana for skin, methi dana for hair, methi dana in english के बारे में बताएंगे। methi dana ke fayde, methi dana images, methi dana in english.

मेथी दाना क्या है – What is Methi dana, Methi Dana in English

मेथी दाना एक तरीके का बीज होता है जिसका ज्यादातर उपयोग खाने पीने में किया जाता है। मेथी दाने का रंग गोल्डन ब्राउन कलर में होता है। इसको इंग्लिश में फेनुग्रीक सीड (Fenugreek Seed) के नाम से जाना जाता है। अकसर इसका इस्तेमाल खाने में होता है, जैसे कि अलग-अलग प्रकार के डिशेस बनाने हो, बटर चिकन बनाना हो या शाही पनीर हो और इसके अलावा अचार में भी इसका प्रयोग किया जाता है। जो रस्से वाली डिश बनाई जाती हैं उनमें भी इसका प्रयोग किया जाता है।

Benefis of Methi Dana (Fenugreek Seeds) – Methi Dana Ke Fayde

मेथी दाना सिर्फ खाने के काम नहीं आता है, इसके काफी सारे फायदे और यह काफी ज्यादा गुणों से भरपूर है। अगर हम इनके गुणों की बात करें तो यह हमारे शरीर के लिए, बालों के लिए और त्वचा के लिए काफी जगह लाभदायक होता है। तो आइए जान लेते हैं मेथी दाने के फायदे के बारे में विस्तार से, जिससे आपको पता चल सके कि मेथी दाने खाने के क्या फायदे हैं। Methi Dana Ke Fayde, मेथी दाना खाने के फायदे पूरी जानकारी (Benefits of Methi Dana)

Constipation – कब्ज

हम लोग न जाने रोज कितनी सारी चीजें खा लेते हैं जिसकी वजह से हमारे पेट में गड़बड़ होने लग जाती है। तथा हमारे पेट में सफाई अच्छे से नहीं होती, जिसका कारण यह कब्ज बन जाता है। अगर आपको कब से दूरी बनाए रखनी है तो मेथी दाने का सेवन जरूर करना चाहिए। यह पेट को साफ करने में काफी ज्यादा लाभदायक और मददगार साबित होता है।

Weight Loss – वजन घटाना

methi dana in weight loss

बढ़ती उम्र के साथ लोग यह भी कोशिश कर रहे हैं कि उनकी चर्बी कैसे कम हो, उनका वजन कैसे कम हो। हालांकि बहुत से लोग इसके लिए काफी ज्यादा मेहनत करते हैं और उनको फिर भी इस सबसे फरक नहीं पड़ता है। अगर आप मेथी दाने का अपने जीवन में उपयोग करेंगे इसको रोज खाएंगे, तब आपको वजन घटाने में भी काफी ज्यादा मदद होगी।

Diabetes – शुगर की बीमारी

मेथी दाना डायबिटीज को हटाने के लिए बहुत ही ज्यादा बेहतर माना जाता है, क्योंकि यह स्वाद में कड़वा होता है। हम अक्सर देखते हैं कि डायबिटीज वाले लोग करेला खाते हैं, तो आप मेथी दाने का प्रयोग भी कर सकते हो। मेथी दाने का बीज डायबिटीज को हटाने के लिए बहुत ज्यादा मददगार साबित होती है, इसलिए मेथी दाने को आप पानी में भिगो कर इसका पानी पी सकते हो।

Migraine – माइग्रेन जैसा सिरदर्द

सिर दर्द अलग-अलग प्रकार के होते हैं उसी के अंदर यह माइग्रेन का प्रकार भी आता है। इसको भी अगर आप हटाना चाहते हैं तो आपको मेथी दाने का सेवन करना होगा। आप चाहे तो इसको कच्चा भी खा सकते हैं, और पानी में भिगोकर भी खा सकते हैं।

Ear pain – कान का दर्द

कुछ लोगों को यह दिक्कत होती है कि उनका कान दर्द करने लग जाता है। कुछ कुछ लोगों का तो बिना वजह ही दर्द करने लग जाता है। तो ऐसी स्थिति में अगर आप मेथी दाने को पानी में भिगोकर उसके पानी का सेवन करेंगे तो आपको एक या 2 हफ्ते के अंदर अच्छे से आराम आ जाएगा।

Methi Dana Ke Fayde – Methi Dana for Skin

क्या आप जानते हैं कि Methi Dana Ke Fayde स्किन के लिए भी काफी ज्यादा हो सकते हैं। अगर आपको मेथी दाना से अपनी स्किन को अच्छा बनाना है तब आपको मेथी दाना रात को भिगोकर सुबह मिक्सर में पीस लेना है।

जब यह बन जाता इसको अपने चेहरे पर लगाना है। ऐसा करने से आपके चेहरे की झुर्रियां दूर हो जाएगी, आपका चेहरा चमकने लग जाएगा और नेचुरल ग्लो आने लगेगी। साथ ही साथ में इसके अंदर एंटीबायोटिक्स होते हैं और अच्छे गुण होते हैं,

जो आपकी स्किन को पौष्टिक रखने में काफी ज्यादा काम करता है। हफ्ते में एक या दो बार इस प्रयोग को करें और रिजल्ट देखें।

Methi dana for hair – Methi Dana Ke Fayde

मेथी दाना सिर्फ त्वचा के लिए ही लाभकारी नहीं होता है यह हमारे बालों के लिए भी काफी ज्यादा लाभकारी होता है।

खास करके तब जब हमारे सिर में बेवजह खुजली जलन और डैंड्रफ जैसी परेशानियां हो। अगर आप इन सब से दूर रहना चाहते हैं, तो आप दो प्रकार से मेथी दाना का इस्तेमाल कर सकते हो।

Method 1

For Example: पहला  प्रोसेस यह है कि आपको मेथी दाना को रात में भिगो लेना है और सुबह उसका पानी निकाल लेना है। इस पाने को आप बाल धोने के बाद अपने बाल में लगाकर रखें ऐसा करने से आपके बालों की डैंड्रफ दूर हो जाएगी।

इस प्रोसेस को आप रोज भी कर सकते हो और हफ्ते में दो बार भी कर सकते हो। जैसा आपको वक्त मिले आप उस तरीके से इस प्रक्रिया को आजमा सकते हो। अगर आपको ऐसा लगता है कि इससे गंदी और कड़वी बदबू आएगी तो आपका यह सोचना बिल्कुल गलत है। क्योंकि इससे बदबू बिल्कुल नहीं आती है।

Method 2

For Example: मेथी दाना इस्तेमाल करने का दूसरा प्रोसेस यह है कि आपको मेथीदाना भिगो लेना है और सुबह उसको मिक्सी में पीस लेना है। जब इसका एकदम मिश्रण बन जाए तब उसके अंदर थोड़ा सा एलोवेरा जेल डालकर यह मिश्रण अपने बालों में मसाज करना है और 1 घंटे तक छोड़ देना है। उसके बाद आपको किसी नॉर्मल शैंपू से धो देना है और कंडीशनर का प्रयोग नहीं करना है।

ऐसा करने से आपके बालों में चमक बढ़ेगी अपने बालों की ग्रोथ भी होगी और आपके बाल टूटने से बचे रहेंगे। साथ ही साथ इसके अंदर आपने एलोवेरा डाला है तो एलोवेरा भी आपके बालों के लिए काफी ज्यादा मददगार साबित होता है।

Methi Dana Ke Fayde for Breast | स्तनों को सही आकार दे

जी हां आपने अभी जो हैडिंग पढ़ी है वह बिल्कुल सही पढ़ी है, क्योंकि मेथी दाना से ब्रेस्ट का साइज भी बढ़ता है। इसका paste बनाने के लिए आपको एक चौथाई कप मेथी दाना लेना होगा और थोड़ा सा पानी डाल कर उसको पीस लेना है और उसका पेस्ट बनाकर स्तन पर रखना है और उसको सूखने देना है। फिर उसको नॉर्मल पानी से धो देना है।

ऐसा आपको हफ्ते में एक बार या 15 दिन में एक बार करना है। इसका आपको जरूर लाभ होगा, क्योंकि मेथी दाना ब्रेस्ट tissues को stimulate करती है और उनके breast-enlargement hormones को बढ़ा देती है। जिसकी वजह से स्तनों का आकार भी बढ़ जाता है।

तो दोस्तों यह थी जानकारी मेथी दाना खाने के फायदे के बारे में। आशा है आपको यह Methi Dana Ke Fayde | मेथी दाना खाने के फायदे पूरी जानकारी पसंद आई होगी और आपको बहुत सारे फायदों के बारे में जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको हमारी आज की यह पोस्ट पसंद आई है तो इसको शेयर जरूर करें और लोगों तक जरूर पहुंचाएं।

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Dragon Fruit Ke Fayde ड्रैगन फ्रूट के स्वास्थ्यवर्धक फायदे

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका thehindiguide ब्लॉग में, दोस्तों वैसे तो आपने बहुत से फलों का सेवन किया होगा। लेकिन आपने Dragon Fruit के बारे में सिर्फ सुना ही होगा खाया शायद ही होगा। तो आज हम आपको Dragon Fruit Ke Fayde के बारे में बताएँगे और इसके साथ जुड़ी तमाम रोचक जानकारी के बारे में भी चर्चा करेंगे।

Dragon Fruit को अगर सुपरफूड कहा जाए तो ये शायद गलत नहीं होगा। सबसे पहले हम बात करेंगे Dragon Fruit ऐसे कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें शामिल हैं विटामिन C, विटामिन बी 2, विटामिन बी 3, कैल्शियम, आयरन और फॉस्फोरस। यह फ़ल Antioxidant, Polyunsaturated Acid, Carotene और प्रोटीन से भरपूर होता है।

चमकीले और गुलाबी रंग के इस फ़ल को ड्रैगन फ्रूट या पिताया के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर ये फ़ल अमरीका में पाया जाता है। कीवी जैसा रसीला ये फ़ल जितना स्वाद में अच्छा होता है उतना ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। Dragon Fruit हमारे स्वास्थ्य के साथ साथ हमारी त्वचा और बालों के लिए भी लाभदायक होता है। इस फ़ल की तीन किस्में होती हैं दो लाल और एक पीले रंग का।

ये फ़ल दिखने में थोड़ा थोड़ा अन्नानास जैसा होता है लेकिन इसके अंदर पाए जाने वाले छोटे छोटे काले बीज और स्वाद में ये कुछ हद तक कीवी के फ़ल से मेल खाता है।

Dragon Fruit क्या होता है ?

ड्रैगन फ्रूट के गुण और उपयोग जानने से पहले ज़रूरी होगा की Dragon Fruit क्या है आईये इसके बारे में थोड़ा जान लें। ड्रैगन फ्रूट को मोती फ़ल, केक्टस फ्रूट या पिताया भी कहा जाता है। यह एक ऊष्णकटिबंधीय स्वादिष्ट सुपर फ्रूट है। जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। इस फ़ल का पौधा एक प्रकार की वेल होती है, ये एक केक्टस की किस्म है। इसके तने गुद्देदार और रसीले होते हैं।

इस फ़ल की ख़ास बात ये है की इसके फूल बहुत ही सुगन्धित होते हैं। जो केवल रात में ही खिलते हैं और सुबह होने तक झड़ जाते हैं। इसके गुणों और फायदे को देखते हुए इसे पटाया, पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स में उगाया जाने लगा है। इस पौधे को दक्षिण और मध्य अमरीका के देशों का मूल निवासी माना जाता है। रेड ड्रैगन फ़ल का पौधा बहुत ही सुगन्धित और आश्चर्यजनक फ़ल के साथ साथ बहुत ही सूंदर दिखाई देता है। ये पौधा देखने में तो आकर्षक होता ही है साथ में खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होता है।

ड्रैगन फ्रूट कितने प्रकार के होते हैं ?

Dragon Fruit Ke Fayde जानने से पहले आईये समझते हैं की ड्रैगन फ्रूट कितने प्रकार के होते हैं। आमतौर पर Dragon Fruit तीन प्रकार के होते हैं। पहला सफ़ेद रंग के गूदे वाला लाल रंग का फ़ल यानि इसकी बहरी सतह लाल रंग की होती है, दूसरा लाल रंग के गूदे वाला, इसकी बहरी साथ लाल रंग की ही होती है। और तीसरा प्रकार का जो ड्रैगन फ़ल है उसका गूदा सफ़ेद होता है और इसकी बहरी सतह पीले रंग की होती है। इन सब में में दूसरा यानि लाल रंग के गूदे वाला ज़्यादा लोकप्रिय है जिस कारण इसका बाजार भाव भी अधिक मिलता है।

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ड्रैगन फ्रूट के हैरान कर देने वाले फायदे Dragon Fruit Ke Fayde Aur Nuksaan in Hindi

DRAGON FRUIT KE FAYDE HINDI MEIN

Dragon Fruit Ke Fayde for Health Problems

Dragon Fruit Ke Fayde for Health Problems

दोस्तों ड्रैगन फ्रूट खाने में जितना स्वादिष्ट है उससे अधिक इसके उपयोग से होने वाले फायदे हैं। ड्रैगन फ्रूट में ऐसे ढेरों गुणकारी पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसका इस्तेमाल त्वचा, बाल और स्वास्थ्य से सम्बंधित कई जटिल समस्याओं से निजात पाने के लिए किया जा सकता है। ड्रैगन फ्रूट के उपयोग व् इससे होने वाले फायदों के बारे में आगे हम विस्तार से जानेंगे।

ड्रैगन फ्रूट के हमारे सेहत के लिए कई फायदे हैं। इसमें Carbohydrates और Thiamine भी होता है जो हमारे पाचन तंत्र में भोजन को पचाने में मदद करता है। आईये विस्तार से जानते हैं Dragon Fruit से सेहत को क्या क्या फायदे हो सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक – Dragon Fruit Ke Fayde Se Cholesterol Maintain Kre

खानपान और जीवनशैली में कुछ बदलावों से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। ऐसे फ़ल और सब्ज़ियों का सेवन किया जा सकता है जिससे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखा जा सके। Dragon Fruit में Cholesterol कम मात्रा में होता है ये ना केवल आपको बल्कि आपके ह्रदय को भी स्वास्थ्य रखता है। Dragon Fruit Polyunsaturated वसा, Omega 3 और Omega 6 Fatty Acid से भरपूर होता है। जो Cholesterol को कम करने में मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा में Antioxidant के साथ LDL के स्तर से लड़ने की क्षमता भी होती है।

पेट की बिमारियों से निजात दिलाये – Dragon Fruit for Cure Stomach Infection in Hindi

ड्रैगन फ्रूट फाइबर का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है। ये एक ऐसा फ़ल है जो आपके पेट से सम्बंधित तमाम बिमारियों को दूर करने में भी फायदेमंद होता है। Dragon Fruit कब्ज को ठीक करने में भी मदद करता है। फाइबर युक्त फ़ल होने के कारण इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है जिस कारण ये कब्ज के रोगियों के लिए अच्छा माना जाता है। ये भोजन को आसानी से पचने और मल्ल त्याग को बेहतर बनाने में मदद करता है। फाइबर की मात्रा अच्छी होने के कारण ये Irritable Bowel Syndrome के उपचार में भी मदद करता है। Irritable Bowel Syndrome यानि आँतों के रोग। इसमें पेट दर्द, बैचेनी, मल्ल त्याग में परेशानी होती है। इसे Ascending Colon, Irritable Colon जैसे नामों से भी जाना जाता है।

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शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है – Maintain Sugar Level With Dragon Fruit in Hindi

मधुमेह रोगियों के लिए कई फ़ल ऐसे होते हैं जो आपके शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। जिससे की आप भी अपनी ज़िन्दगी का आंनद ले सकते हैं। कई अध्यनों के अनुसार Dragon Fruit मधुमेह रोगियों में शुगर के स्तर को सामान्य करने में मदद करता है। इसके इलावा ये फ़ल Carotenoids और Glucosinolates का अच्छा स्रोत है।

Maintain Sugar Level With Dragon Fruit

ह्रदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद – Make Heart Strong With Dragon Fruit In Hindi

ये फ़ल (ड्रैगन फ्रूट) ह्रदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करता है इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स रक्त परिसंचन को बनाये रखते हैं और धमनियों की कठोरता को कम करते हैं। जो दिल के दौरे को कम करने में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त ये फ़ल शरीर में Monounsaturated Fat की सही मात्रा में समृद्ध है जो आपके ह्रदय (दिल) को स्वास्थ्य रखने के लिए ज़रूरी है।

शरीर में रक्त की कमी को पूरा करे – Increase Blood Level With Dragon Fruit  in Hindi

हीमोग्लोबिन के स्तर में उतार चढ़ाव के स्तर के बारे में सतर्क रहना बहुत ज़रूरी होता है। हीमोग्लोबिन का कम स्तर गुर्दे की विफलता का कारण बन सकता है। ड्रैगन फ्रूट अनीमिया की सम्भावना को कम करता है। इसमें मौजूद लोह तत्व शरीर में आयरन की कमी को पूरा करते हैं। Dragon Fruit विटामिन C से भरपूर होता है। जो की एक ऐसा एजेंट है जो शरीर की अधिक आयरन को अवशोषित करके क्षमता को बढ़ाता है।

कैंसर रोग को कम करे – Reduce Cancer Possibility with Dragon Fruit in Hindi

अध्यनों के अनुसार Dragon Fruit में कैंसर कोशिकायों के गुणन को रोकने की क्षमता होती है। ये फ़ल विटामिन C, Carotene के इलावा Lycopene नाम के एन्जाइम से समृद्ध होता है, जिसे Anti carcinogenic गुण कहा जाता है। ड्रैगन फ्रूट के छिलके Polyphemus रसायन से भरपूर होते हैं जो कैंसर जैसी ला इलाज बीमारी से बचा सकते हैं।

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शरीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है – Increase Immunity with Dragon Fruit in Hindi

ये फ़ल शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि Immunity को बढ़ाता है क्यूंकि ड्रैगन फ्रूट में विटामिन C की मात्रा सही स्तर में होती है। ये फ़ल एंटीऑक्सीडेंट्स की गतिविधि को प्रोत्साहित करने में मदद करता है। इसमें मौजूद विटामिन्स और खनिज जैसे Niyacin, विटामिन B1, कैल्शियम, फॉस्फोरस और आयरन शरीर को बैक्टीरिया और रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।

दांतो और हड्डियों को स्वास्थ्य व् मज़बूत करे – Dragon Fruit Makes Teeth, Bones Healthy & Strong  

कैल्शियम और फॉस्फोरस से भरपूर ये स्वास्थ्यवर्धक फ़ल आपकी हड्डियों और दांतों को मज़बूत बनाने में बहुत सही साबित होता है। कैल्शियम, फॉस्फोरस ये दोनों पोषक तत्व एक दूसरे पर निर्भर करते हैं यानि की केवल कैल्शियम युक्त आहार लेने से हड्डियां और दांतों की बिमारियों से नहीं लड़ा जा सकता। लेकिन Dragon Fruit में दोनों ही तत्व मौजूद होते हैं जिस कारण ये आपके दांतों को जड़ों से मज़बूत और हड्डियों को भी मज़बूत बनाने में मदद करता है।

डेंगू बुखार को ख़त्म करने में सहायकCure Dengue Fever with Dragon Fruit in Hindi

डेंगू बुखार से पीड़ित लोगों की पलटेट्स में गिरावट गंभीर रूप से दिखाई देती है। जिसकी समय से रिकवरी और इलाज ना मिलने पर रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। सामान्य तौर पर एक स्वास्थ्य व्यक्ति के रक्त के प्रत्येक Micro-litre के लिए 1,50,000 से 4,50,000 की पलटेट्स गिनती होती है। जबकि डेंगू के रोगियों में पलटेट्स 10,000 से भी कम हो जाती हैं। इन पलटेट्स का काम रक्त वहिकायों की चोटों को रोक कर रक्त रसाव को रोकना होता है। Dragon Fruit डेंगू के मरीज़ों में पलटेट्स की गिनती बढ़ाने में मदद करता है क्यूंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं।

कोशिकायों की मुरम्मत में फायदेमंदDragon Fruit Ke Fayde Dead Cells Ko Repair Karne Ke Liye

इस फ़ल (ड्रैगन फ्रूट) में विशेष रूप से प्रोटीन और एन्जाइम होते हैं जो कोशिकायों को पुनर जीवित और मुरम्मत करने में मदद करके हमारी शरीरिक स्वास्थ्य की मदद करते हैं। इस फ़ल (ड्रैगन फ्रूट) में मौजूद पोषक तत्वों के कारण ये चोटों के उपचार के दौरान काम आता है। इसके इलावा ये लीवर की वसा को कम करता है। इसके साथ ही ये हमारे Metabolism को बढ़ाता है और इसका असर लम्बे समय तक रहता है।

त्वचा के स्वास्थ्य को बनाये रखे – Get Softness Clear Skin With Dragon Fruit

त्वचा का स्वास्थ्य होना पर्याप्त नहीं है त्वचा को स्वास्थ्य बनाये रखना बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण होता है। त्वचा ऐसी चीज़ है जो आपकी उम्र को दर्शाती है। ड्रैगन फ्रूट में एंटीऑक्सीडेंट्स बहुत ही अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए ये त्वचा को टाइट और जवान बनाये रखने में मदद करता है। यह त्वचा पर किसी भी प्रकार की झुर्रियों को आने से रोकता है। इस फ़ल में विटामिन C अच्छी मात्रा में होने के कारण ये मुंहासों की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है।

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बालों (केश) को लम्बा करे व् झड़ने से बचाये – Make Hair Healthy and Strong With Dragon Fruit

बालों (केश) की समस्यांएं जैसे बालों का झड़ना, दो मुंहे बाल, रूखापन को दूर करने के लिए ड्रैगन फ्रूट का सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। हम और आप अक्सर अपने बालों पर रासायनिक उत्पादों का उपयोग करते ही हैं। जो उन्हें नुक्सान पहुंचा सकता है इसलिए ड्रैगन फ्रूट का रस बालों के उपचार के लिए बहुत अच्छा विकल्प होता है। आप अपने बालों की समस्यओं को दूर करने के लिए ड्रैगन फल या इससे बने कंडीशनर का उपयोग कर सकते हैं। ये बालों के लिए ड्रैगन फलों के महत्वपूर्ण लाभों में से एक है।

DRAGON FRUIT KE SIDE EFFECTS HINDI MEIN

हालाँकि अभी तक ड्रैगन फ्रूट का कोई दुष्प्रभाव शरीर में देखने को नहीं मिला है। तो इसलिए इस फ़ल को खाने से कोई नुक्सान नहीं होते है। यदि इस फ़ल का ज़्यादा सेवन किया जाए तो आप डायरिया की बीमारी का शिकार हो सकते हैं। इसके शरीर में एक और लक्षण देखने को मिल सकता है वो ये है की इसका सेवन करने से कुछ लोगों के मूत्र का रंग लाल हो जाता है। अंत इस भाग में हम यही बताना चाहेंगे की इसका सेवन सही मात्रा में करें क्यूंकि अगर हर चीज़ का सेवन सही मात्रा में किया जाए तो वो चीज़ शरीर को कोई नुक्सान नहीं पहुंचाती है।

ड्रैगन फ्रूट के फायदे की वीडियो Check Dragon Fruit Ke Fayde Video for More Detail

निष्कर्ष Conclusion

तो ये थे Dragon Fruit Ke Fayde जो आपने अच्छे से पढ़ लिए होंगे। आशा करता हूँ इस लेख से आपको ड्रैगन फ्रूट के बारे में काफी बढ़िया ज्ञान मिला होगा। इसे लेख को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ शेयर ज़रूर कीजिये ताकि वह भी इससे जुड़ी जानकारी और लाभ के बारे में जान सकें। अगर आपके कोई सुझाव या कोई प्रश्न है तो हमें इस ईमेल thehindiguide@gmail.com पर मैसेज कर के पूछ सकते हैं।

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Gud Ke Fayde हिंदी में Black Jaggery के चम्तकारिक प्रयोग जाने

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप The Hindi Guide ब्लॉग में आपका बहुत-बहुत स्वागत है। आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं गुड़ के फायदे (Gud Ke Fayde) बारे में और गुड़ के बारे में पूरी जानकारी आपको देने की कोशिश करेंगे। हम सब जानते हैं कि गुड़ खाने में इस्तेमाल किया जाता है और यह बहुत स्वादिष्ट होता है, इसका स्वाद मीठा होता है। मगर क्या आप जानते हैं सिर्फ खाने के लिए ही इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके अलावा गुड़ के और भी हमें फायदे होते हैं जो शायद आपको कभी पता भी नहीं होंगे।

पुरातन काल से अभी के काल तक मिठाई या मीठा खाना एक तरीके से बहुत ही शुभ माना जाता है और इस मीठी श्रेणी के अंदर इस गुड़ का भी प्रयोग काफी ज्यादा होता है। केवल सिर्फ खाने के काम ही नहीं आता है बल्कि गुड़ से बहुत सारी ऐसी चीजें होती है जो शायद आपको पहले कभी ना पता हों। और गुड़ के खाने से जो फायदे मिलते हैं वह काफी ज्यादा आश्चर्यजनक होते हैं। क्योंकि गुड़ के अंदर बहुत सारे अच्छे तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को पोष्टिक करने में सहायक होते हैं।

हैरान कर देने वाले गुड़ के फायदे – Jaggery, Gud Ke Fayde In Hindi

गुड़ खाने के बहुत सारे फायदे हमें मिले जाते हैं जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते हैं। मगर इसका मतलब यह नहीं है कि हम इसको रोजाना जिंदगी में खाने के तौर पर ज़्यादा मात्रा में इसको खाएं। हालांकि यह एक ऐसी चीज है जिसको हम थोड़ी थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं आइए जानते हैं गुड़ के फायदे के बारे में।

1. खून की कमी को दूर करे – Increase Blood in Body

increase blood with jaggery (gud)

हम अपना रोजाना आहार पूरा नहीं कर पाते हैं जिसकी वजह से शरीर में खून की कमी (Anemia) हो जाती है। जब खून की कमी होती है तब हमारा वजन भी कम हो जाता है। वजन के साथ साथ खून का कम होना एक बहुत बड़ा संकेत होता है।

और इसकी वजह से हमारे शरीर में काफी ज्यादा बीमारियां लगने का भी खतरा हो सकता है। अगर आप गुड़ का सेवन करेंगे तब आपकी यह बीमारी दूर हो जाएगी। आपका रक्त संचालन अच्छी तरीके से काम करेगा और रक्त बढ़ने में भी काफी ज्यादा मदद मिलेगी।

2. सर्दी ज़ुकाम से बचाये – Gud Ke Fayde Best For Cough And Cold

सर्दी-जुकाम किस को नहीं होता है यह बहुत आम चीज है। और बहुत वायरल चीज होती है जो बच्चों को भी हो जाती है। और कुछ कुछ लोगों को तो यह 12-12 महीने तक टिकी रहती है कभी भी खत्म नहीं होती है। सर्दी जुकाम को दूर करने के लिए काफी ज्यादा दवाइयों का खर्चा भी करना पड़ता है।

तब भी इसका असर नहीं होता है। अगर हम गुड़ की बात करें तो गुड़ की तासीर गर्म गर्म होती है। अगर आप गुड़ का सेवन करेंगे तब उसकी गर्मी से सर्दी और जुकाम में काफी ज्यादा फर्क आएगा। इसीलिए आपको हफ्ते में एक-दो बार गुड़ का सेवन जरूर करना चाहिए।

3. हड्डियों को मज़बूत करे – Gud Ke Fayde For Bones

गुड़ के अंदर काफी अच्छी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में काफी ज्यादा सहायक होता है। और हड्डियां काफी इससे लचीली बनी रहती है, लचीलापन कम नहीं होता है। अक्सर हमने देखा होगा की हड्डियों का काफी दर्द रहता है वह जोड़ों का दर्द होता है, तो गुड़ खाने से यह भी नहीं होता है।

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4. गर्भावस्था में गुड़ खाने के फायदे – Gud Khaane Ke Fayde in Pregnancy

Gud Khane Ke Fayde in Pregnancy : अगर कोई प्रेग्नेंट है तो क्या उसे गुड़ खाना चाहिए? जी हां उसे गुड़ खाना चाहिए। क्योंकि गुड़ में बहुत सारे अच्छे पौष्टिक तत्व होते हैं जो मां और बच्चे दोनों के लिए काफी ज्यादा सहायक होते हैं और जरूरी भी होते हैं। गुड़ माँ और बच्चे दोनो को ताकत देता है।

क्योंकि इससे खून की कमी नहीं होती है सर्दी जुकाम जैसी बीमारियां नहीं होती है और इससे दिमाग की शक्ति काफी ज्यादा बढ़ जाती है। उसी के साथ साथ हड्डियों का मजबूत पर भी बढ़ने लग जाता है। इसीलिए प्रेगनेंसी में गुड़ खाने के फायदे बहुत सारे हैं।

5. खाली पेट गुड़ खाने के फायदे – Khali Pet Gud Khane Ke Fayde

अगर आप खाली पेट गुड़ खाना चाहते हो और यह जानना चाहते हो खाली पेट गुड़ खाने के फायदे क्या हो सकते हैं। पर यहां भी गुड़ आपके लिए काफी ज्यादा मददगार साबित होगा। सुबह उठकर अगर आप खाली पेट गुड़ को खाओगे तब आपके पाचन तंत्र में काफी ज्यादा बढ़ोतरी होगी।

पाचन तंत्र मजबूत हो जाएगा और पेट से जुड़ी बहुत सारी चीजें कंट्रोल हो जाएगी। ऐसा करने से ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल हो जाएगा साथ ही साथ में आप का शरूर एक्टिव रहेगा। आलस आपको बिल्कुल भी नहीं आएगा। खाली पेट गुड़ खाने के फायदे और भी बहुत सारे हैं।

जब आप गुड को खाओगे तब आप खुद से जान जाओगे।

6. पुराने गुड़ के फायदे – Purane Gud Ke Fayde

बहुत सारे लोगों का यह कहना होता है कि पुराने गुड़ के फायदे से क्या फर्क पड़ता है नया गुड़ भी खाकर उसका काफी ज्यादा फायदा हम ले सकते हैं। मगर असली बात तो यह है कि जो नया नया गुड़ होता है वह अलग प्रकार का होता है और जो गुड़ पुराना गुण होता है कुछ ज्यादा ताकतवर होता है।

आपने अक्सर देखा होगा कि लोग हमेशा काला गुड़ खाना पसंद करते हैं। क्योंकि काले गुड में जितनी ज्यादा शक्ति और संभावना होती है शरीर को ताकत देने कि वह नए गुड़ में नहीं होती है इसीलिए पुराना गुड़ खाना बहुत ज्यादा सहायक है।

मान लीजिए अगर आप गुड़ लेकर आए हैं तब उसको एक-दो महीना रखें उसके बाद ही खाएं ऐसा करने से आपको काफी लाभ होगा।

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गुड़ कब खाना चाहिए – Gud Kab Khana Chahiye

Best Time to Eat Jaggery In Hindi – हमें गुड़ कब खाना चाहिए ये सवाल तो मन में आता ही है। वैसे तो गुड़ खाने का कोई भी मौसम नहीं होता है मगर हां इसका ज्ञान, कुछ आपको बातों का ध्यान रखना पड़ता है। जब आपको गुड़ खाना है तब किस मौसम में खाना है? कब खाना है? और कैसे खाना है। यह सब जब तक आप को पता नहीं होता तब तक आप गुड़ का सेवन ना करें,

क्योंकि गुड एक गर्म पदार्थ होता है और अगर आप इसका रोजाना सेवन गर्मियों में करेंगे तब आपके शरीर में हीट की प्रॉब्लम आने लगेगी। हालांकि यह आपको सर्दियों के मौसम में और बारिश के मौसम में काफी ज्यादा राहत देगा। मगर आपको हफ्ते में एक या दो बार से ज्यादा इसका सेवन नहीं करना है।

गुड़ को ख़राब होने से कैसे बचा सकते हैं ?

अब बात करते हैं की गुड़ को खराब होने से कैसे बचाया जा सकता है यानि अगर हम गुड़ को ऐसे ही बिना स्टोर किये रख देते हैं तो ये खराब हो जाता है। गर्मियों के दिनों में अगर गुड़ को संभाल कर न रखा जाए तो ये पूरी तरह से पिघल जाता है और इसमें फंगस यानि उल्ली भी लग जाती है। हम आपको एक ऐसा उपाय बताएँगे जिससे आपका गुड़ एक साल ख़राब नहीं होगा।

इसके लिए आपको चाहिए टिशू पेपर, प्लास्टिक का ज़िप लोग बैग (लिफाफा) और एक एयर टाइट कंटेनर (डिब्बा)। सबसे पहले गुड़ को टिशू पेपर में अच्छे से रैप कर लें और प्लास्टिक के ज़िप लोग बैग में डाल कर ज़िप को अच्छे से बन कर दें। अब इसको एक एक एयर टाइट कंटेनर (डिब्बे) में बंद करके अपने फ्रिज में रख दें। ऐसा करने से आपका गुड़ सुरक्षित रहेगा अब ना ही ये पिघलेगा और ना ही इसमें किसी प्रकार की फंगस यानि उल्ली लगेगी। कम से कम एक साल तक ये गुड़ वैसा का वैसा ही रहेगा जैसे आपने इसे डिब्बे में रखा था।

कैसे करें नकली और असली (शुद्ध) गुड़ की पहचान ?

gud ke fayde aur nuksaan

Gud Ke Fayde Aur Nuksaan

दोस्तों आपको पता होगा बाजार में कई प्रकार के गुड़ आते हैं जैसे एक हल्का सफेद गुड़, एक भूरे रंग का गुड़ और एक हलके काले रंग का गुड़।

गुड़ का सेवन हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है। मगर उस गुड़ में अगर रसायन मिलाये गए हों तो वह गुड़ ज़हर की तरह बन जाता है। और शरीर को लाभ पहुंचाने की बजाए हानि पहुंचा देता है। आपको शायद पता होगा आज 40-50 साल पहले लोग गुड़ की ही चाय पीना पसंद करते थे। जिस कारण उनकी सेहत भी अच्छी रहती थी। क्यूंकि वह बिलकुल शुद्ध गुड़ होता था। पर आज कल बाज़ार में कई तरह के मिलावटी गुड़ आने लगे हैं जिनके सेवन से हमें बचना चाहिए। तो चलिए जानते हैं शुद्ध गुड़ और रासायनिक गुड़ की पहचान कैसे करे।

पीला गुड़ यानि मिलावटी गुड़ :

गुड़ की शुद्धता को चेक करने के लिए आप गुड़ की चाय बनाये और अगर चाय बनाते बनाते दूध फट्ट जाता है तो वह 100% मिलावटी गुड़ होगा। और दूसरी स्थिति में अगर दूध नहीं फटता और चाय गाड़े रंग की बन जाती है तो वे शुद्ध गुड़ होगा। ये एक साधारण सा तरीका है असली गुड़ की पहचान करने का।

एक और बात का ध्यान दें जो मिलावटी गुड़ होता है उसमें रसायन डालने से उसका रंग पीला पड़ जाता है। जो रसायन गुड़ में डाला जाता है उसे फॉस्फेट कहते हैं। ये रसायन युक्त गुड़ हमारी सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। तो अगर आप बाज़ार में गुड़ की खरीदारी करने जाएँ तो ध्यान दें गुड़ ज़्यादा पीला न हो।

काला गुड़ यानि शुद्ध गुड़ : 

जो 100% शुद्ध गुड़ होता है वह काले रंग का होता है आपने अपने घर के बज़ुर्गो से सुना होगा की वह काले गुड़ को प्राथमिकता देते थे। क्यूंकि इस गुड़ में किसी भी तरह की मिलावट नहीं होती है इसलिए ये रंग में काला होता है। तो जब भी आप गुड़ खरीदें तो जांच परख कर ही लें और रंग ज़रुर देखें की काला ही हो।

गुड़ के नुक्सान – Jaggery (Gud) Side Effects in Hindi

गुड़ को काफी लोग अपनी रोज़ाना आहार में शामिल करते हैं। गुड़ को खाने के फायदे ये तो हम सभी जानते ही हैं। लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं की गुड़ को खाने का भी एक सही समय और तरीका होता है। यदि आप गुड़ को रोज़ाना अनियमित मात्रा में खाएंगे तो इसके कुछ नुक्सान (Gud Ke Side Effects) भी हो सकते हैं।

अब हम बताएँगे की अगर आप गुड़ का सेवन करते हैं तो आपको किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे की आपकी सेहत को कोई नुक्सान ना पहुंचे। गुड़ काफी सारे भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है और भी कई ऐसे कई तरह के व्यंजन हैं भारतीय के इलावा जिनमे गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है।

गुड़ यानि चीनी जी हाँ दोस्तों गुड़ एक तरह से चीनी का विकल्प है और इसे काफी लोग चीनी की जगह इस्तेमाल भी करते हैं। इसको बिमारी के उपचार में भी इस्तेमाल किया है। तो इसलिए गुड़ के खाने के काफी फायदे होते हैं और नुक्सान भी।

अब बात करते हैं की इसके सेवन से क्या क्या नुक्सान हो सकते हैं।

पहला नुक्सान – First Side Effect of Jaggery in Hindi

1 . क्यूंकि गुड़ एक चीनी का विकल्प है इसलिए ऐसे व्यक्ति जिन्हे डायबटीज़ यानि मधुमेह की बीमारी है। वह लोग कृपया गुड़ के सेवन को कम कर दें और हो सके तो पूरी तरह से इसका सेवन बंद कर दें। नहीं तो इससे आपके डायबटीज़ यानि मधुमेह की बीमारी ज़्यादा घातक रूप ले सकती है।

दूसरा नुक्सान – Second Side Effect of Jaggery in Hindi

2 . यदि आप गुड़ का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं तो इससे आपके शरीर का वज़न बहुत तेज़ी से बढ़ने लगेगा और एक समय पर आप मोटापे जैसी बीमारी से ग्रसित हो जाएंगे। ऐसे लोग जो दुबले पतले होते हैं और अपना वज़न बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें भी गुड़ का सेवन एक नियमित मात्रा में ही करना चाहिए। कहीं ऐसा ना हो वज़न बढ़ाने के साथ साथ आओ मोटापे के शिकार ना हो जाएँ। इसलिए आपको इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है।

तीसरा नुक्सान – Third Side Effect of Jaggery in Hindi

3 . यदि आप गुड़ का सेवन एक लम्बे समय तक करते यानि बिना कोई अंतराल डाले तो इससे आपकी आँतों में कीड़े पैदा हो जायेंगे और ये धीरे धीरे पूरे शरीर में भी फ़ैल सकते हैं। लेकिन ये आँतों के कीड़े मुख्य रूप से आपकी आंतो पर ही ज़्यादा बुरा प्रभाव डालते हैं, जिससे आपके पेट में दर्द होने लगता है। और ऐसा होने से अनीमिया और गैस जैसी बीमारिया आपके शरीर को लग जाती हैं।

गुड़ का इस्तेमाल करते वक़्त क्या क्या सावधानिया बरतनी चाहिए ?

इसलिए दोस्तों गुड़ खाने के लिए कुछ सावधानिया बरतनी चाहिए जो की आगे हम बताएँगे।

  • आपको एक दिन में 10 ग्राम गुड़ का ही सेवन करना चाहिए। याद रखें अगर आप इससे ज़्यादा मात्रा में गुड़ का सेवन करते हैं तो आपको इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
  • यदि आप Ulcerative Colitis बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको गुड़ का सेवन पूर्ण रूप से बंद कर देना चाहिए। नहीं तो ये आपकी दिक्कत को और बढ़ा सकता है।
  • ऐसे लोग जो मच्छी को आहार में लेते हैं या फिर जो लोग रोज़ाना मच्छी खाते हैं उन लोगों को भी गुड़ के सेवन से बचना चाहिए। या फिर हो सके तो इन दोनों चीज़ों (मच्छी और गुड़ ) को साथ में ना खाएं।
  • यदि आपको सूजन है, इंफ्लेमेटरी डिजीज (Inflammation Disorder) है तो इस स्थिति में भी आपको गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • दोस्तों आजकल गुड़ बनाने के लिए बहुत सारे रसायनों (Chemicals) का इस्तेमाल किया जाने लगा है तो इसलिए आपको गुड़ की गुणवत्ता को ज़रूर जांचना चाहिए। आपको ये ज़रूर पता लगाना चाहिए की यह सही गुड़ है या नहीं। क्यूंकि अब पहले की तरह प्रकृतिक शुद्ध गुड़ आना कम हो गए हैं। और इनमें बहुत सारे आर्टिफिशल फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया जाने लगा है।

Last Words

तो दोस्तों यह थी पोस्ट Gud Ke Fayde के बारे में और आज हमने आपको गुड़ के बारे में पूरी जानकारी आपको देने की कोशिश की है । आशा है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयी होगी। ऐसे ही heath tips related post के notifications को पाने के लिए हमारे वेबसाइट पर आते रहिये। आपका हमारी आज की यह पोस्ट को पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद्।

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(छाछ के फायदे हिंदी में ) Benefits of Buttermilk in Hindi

Benefits of Buttermilk नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करेंगे दही से बनने वाले लस्सी (Buttermilk), जिसको छाछ भल देते हैं. उसके कुछ लाभ के बारे में Health Benefits of Buttermilk और किस  को पीनी चाहिए ? कब पीनी चाहिए और इसे सही तरह से बनाने का ढंग क्या है, यह आज हम इस लेख में पूरी तरह कवर करेंगे.

 छाछ क्या है ? What is Buttermilk

देखिये लस्सी क्या है पहले इस चीज को समझना है, एक गिलास लस्सी लीजिये अपनी सामर्थ्य  के  हिसाब से (जितना आप पचा सकें), अब इसमें एक चौथाई (one fourth) साफ़ पीने वाला पानी डाल दें, याद रखें अगर वह एक कटोरी पूरी होगी तो ही आप उसमें से सही मात्रा में मक्खन निकल सकते है.

अब इसको आपने अच्छे से मथना है (grind) | दस मिनट तक मथने पर आप देखेंगे इसके ऊपर मक्खन (butter) आ गया है. इस मक्खन को आप बच्चों को दे सकतें हैं ये उनकी सेहत बनाने में काफी मदद करता है चाहे तो बड़े भी इसका उपयोग नाश्ते में कर सकते हैं और जो नीचे पानी जैसा बच गया है वो है मठ्ठा यानी छाछ (Buttermilk)| अब इस छाछ का उपयोग  आप कई तरह से कर सकते है | आगे के लेख में हम आपको छाछ के कई फायदे ( Benefits Of Buttermilk ) बताने जा रहे है

छाछ के स्वास्थ्य के लिए   अ दभुत  फायदे     ( Health Benefits Of Buttermilk ) 

पित्त रोग : देखें अगर तो पित्त रोग है, पित्त रोग का मतलब है शरीर में गर्मी पड़ी होना, लीवर में गर्मी पड़ी होना, पीलिया होना या ऐसा कुछ होना की नकसीर फट गयी ये सब पित्त रोग हैं तो पित्त रोग में इसमें शक्कर (गुड़) डाल कर लेना होता है तो गुड़ डाल कर इसको आप दोपहर के खाने के बाद ले सकते हैं सुबह भी ले सकते हैं

लेकिन दोपहर में पीने से ज्यादा फायेदा मिलेगा वह इस लिए क्यूंकि दोपहर में शरीर का तापमान ज्यादा गरम होता है इस लिए अगर इसे दोपहर के समय लें तो ज्यादा बेहतर होगा और शाम तक आपके शरीर में पूरी तरह से पच भी जायेगा।

खांसी रोग : अगर खांसी का रोग हो तो इस से बेहतर कोई और चीज नहीं है, तो खांसी से बचाव के लिए इसे कैसे लेना है चलिए शुरू करते हैं, छाछ में थोड़ा सेंधा नमक (Rock Salt) डाल लें, थोड़ी काली मिर्च (Black Paper) और थोड़ी सी सोंठ डाल दें जिसे अंग्रेजी में Dry Ginger बोलते हैं. और हाँ अगर हो सके तो थोड़ा सा पीपली (Pipli) पाउडर डाल दें और इसको भी दोपहर के समय लेंगे तो वो खांसी (Cough) रोग में काम करेगा यानी के फिर Cough नहीं बनेगा.

वात रोग : अगर ये वात रोगों में लेनी है जैसे दर्दें होतीं हैं शरीर में या कई लोगों को होता है की वायु है शरीर में भारीपन महसूस होता है तो उस स्थिति में क्या करें, इसमें साधारण सेंधा नमक, जीरा भुना हुआ और थोड़ी सी हींग मिला कर लें सकते हैं, कई लोग पूछते हैं हमें तो त्वचा का रोग है हमें दही मना की हुई है तो भी इस छाछ को ले सकते हैं पर याद रहे दही साधारण तरीके से मिटटी के बर्तन में जमाया हुआ हो और मीठा हो खाने में.

त्वचा के लिए फायदेमंद Benefits of Buttermilk for Skin

दोस्तों छाछ (Buttermilk) हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होती है, अब बात करें की किस तरह ? छाछ में अगर रूई डाल कर अगर उस से त्वचा को साफ़ करें तो बहुत फायदा मिलेगा और मान लें अगर आपने चेहरा पहले से ही पानी से धोया हुआ है तब भी आपको थोड़ी बहुत धुल मिल जाएगी. उसमें जो लस्सी की जो हलकी सी खट्टास होती है वो इन सब चीज़ों में बहुत फायदेमंद है आप किसी भी तरह का कोई face pack बना रहे हैं और आपकी त्वचा तैलीय है तो लस्सी एक गुणकारी नुस्खा है त्वचा में निखार लाने के लिए. लस्सी का सेवन करने से शरीर की अंदरूनी ताकत बढ़ती है कोशिकाये दोबारा बनती हैं (Re-Developed).

गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद Buttermilk During Pregnancy

Buttermilk During Pregnancy
Buttermilk Benefits During Pregnancy

लस्सी का तीसरा जो फायदा है वो है गर्भवती महिलाओं के लिए, दोस्तों लस्सी गर्भधारन में बहुत लाभकारी होती है. हम जानते हैं गर्भधारन के दौरान महिलाओं को बहुत परेशानी हो जाती है और कुछ खाने का मन नहीं करता है. समझ नहीं आता है की भूख लगी है या नहीं लगी, खाना खाना है या नहीं खाना है, ऐसे में लस्सी आपके लिए बहुत लाभकारी साबित होती है. आप दोपहर के समय लस्सी किसी भी तरह ले सकते हैं आप मीठा बना कर ले सकते हैं, नमकीन बना कर ले सकते हैं आप चाहे तो कुछ भी मत मिलाइये उसमें ऐसे ही लस्सी पी सकते हैं. गर्भधारन में महिलाओं के लिए इस लिए लाभकारी है कयूंकी उनके पेट में पल रहे बच्चे के लिए भी बहूत पौष्टिक साबित होती है.

पेट में बच्चे के जो अंग विकसित होते हैं विशेष रूप से जब आमाशय जब बनता है बच्चे का तो उसके लिए यह ज्यादा फायदेमंद है कयूंकि आमाशय को ताकतवर होना बहुत जरुरी होता है. बच्चा जब पेट से बहार आता है तो सिर्फ तरल भोजन नहीं और भी बहुत सारी चीज़ें खानी होती हैं.

यानी सम्पूर्ण भोजन दिया जाता है ६ महीने बाद तो बचपन से ही यानी माँ के पेट से ही बच्चे का आमाशय इतना सवस्थ है तो बाहर आकर उनको पेट की परेशनियां नहीं होती और ऐसा बोला जाता है की गर्भधारन के दौरान जिन जिन समस्याओं का समाधान माँ ढूंढ लेती है यानी अपने शरीर का पूरा ध्यान रखती है अपने को कोई रोग नहीं होने देती तो बच्चा भी उन सब रोगों से मुक्त रहता है. इसीलिए गर्भधारन में लस्सी बहुत लाभकारी है आपके लिए और आपके बच्चे के लिए.

ब्लड प्रेशर को सामान्य करे Blood Pressure Control

Blood Pressure Control
Blood Pressure Control with Buttermilk

लस्सी का चौथा जो फायदा है वो है BP रोगियों के लिए जिनको ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है. कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर (BP) उच्च रहता है और कुछ लोगों का कम रहता है.

ऐसे में बहुत उपयोगी है अगर आप लस्सी में नमक मिला कर पियें तो अगर आपका BP कम रहता आपको फायदा मिलेगा। और अगर आपका BP उच्च रहता है तो इसमें शक़्कर (गुड़) डाल कर पियें आपका ब्लड प्रेशर सामान्य हो जायेगा।

दोनों ही अवस्थाओं में आपको ध्यान रखना है की नमकीन लस्सी आप पी रहें हैं आपका ब्लड प्रेशर सामान्य हो जायेगा और अगर उच्च रक्तचाप की समस्या है तो शक़्कर (गुड़) डाल लें. कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे आपको फायदे होंगे लेकिन ये आपको रोज़ाना पीना पड़ेगा।

आयुर्वेद में होमियोपेथी में हम जिन भी घरेलू नुस्खों की बात करते हैं शरीर के लिए वो लाभकारी होती हैं नुकसान कुछ नहीं होते परिणाम भी मिलता है लेकिन थोड़ा धैर्य के साथ हमको वो चीज़े रोजाना तरीके से सेवन करनी होती हैं और उनका इस्तेमाल करना होता है. दोस्तों ब्लड प्रेशर के साथ साथ ये हमारे कोलेस्ट्रॉल को भी सामान्य करता है.

वज़न घटाने में  छाछ की उपयोगिता  (Benefits of Buttermilk for weight loss) –

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वजन कम करने के लिए  कैलोरी  कम खानी होती  है, ऐसी परिस्थितियों में, छाछ (Buttermilk ) एक बेहतर विकल्प है। यह हल्का होता है, इसमें कम वसा और कम कैलोरी होती है। छाछ  में लस्सी की तुलना में 50 प्रतिशत कम कैलोरी और 75 प्रतिशत कम वसा होती है। यह Vitamin C  से भी समृद्ध है और प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system)को मजबूत करने में मदद करता है। आपके चयापचय(Metabolism )को बढ़ावा देने के लिए आपके पास एक दिन में कई गिलास छाछ (Buttermilk) पी  सकते हैं। एसिड रिफ्लक्स ( acid reflux.) से पीड़ित लोगों के लिए भी यह एक अच्छा विकल्प है।

निष्कर्ष : Conclusion

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आपको छाछ के फायदे की (Benefits of Buttermilk) ये जानकारी बहुत पसंद आयी होगी, मेरी आगे भी यही कोशिश रहेगी की में बढ़िया से बढ़िया लेख आपके लिए लेकर आता रहूं। अगर आपको ये लेख अच्छा लगे तो कृपया इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ साँझा करियेगा और मुझे प्रेरित करते रहिये ताकि अच्छी से अच्छी सेहत की जानकारी आपको देता रहूं।

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kiwi ke fayde

Kiwi Ke Fayde in Diabetes, Pregnancy And For Children’s

आज इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं Kiwi Ke Fayde के बारे में। हम सब लोग फ्रूट के बारे में जानते हैं की यह हमारे लिए कितने ज्यादा जरूरी होते हैं, और कितने ज्यादा लाभकारी होते हैं।

आज हम कुछ ऐसे ही फल यानि Khali Pet Kiwi Khane Ke Fayde की बात करने वाले हैं जिसके आपको बहुत ही ज्यादा फायदे देखने को मिलेंगे।

फलों का खाना हमारे जिंदगी और सेहत के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। अगर हम उनको खाना छोड़ दें तो हमें काफी सारे नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।

आज हम Kiwi Ke Fayde के बारे में जानेंगे और  Kiwi से जुड़े अनेक सवाल जैसे कि कीवी खाने के फायदे बुखार में, कीवी खाने के क्या फायदे हो सकते हैं, खाली पेट में कीवी खाने से क्या होता है और इसके क्या फायदे होते हैं ?

बच्चों के लिए कीवी के फायदे किस तरीके से हो सकते हैं। कीवी फ्रूट को आप किस तरीके से खा सकते हो और कीवी फ्रूट को प्रेगनेंसी में खाने के लिए कैसे इस्तेमाल किया जाता है ?

ऐसे अनेक सवालों के जवाब आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने वाले हैं, तो इस पोस्ट को आप पूरे तरीके से पढ़िएगा।

Kiwi Ke Fayde In Hindi – कीवी खाने के लाभ

कीवी के फायदे बहुत सारे हैं इसीलिए इसे सुपर फ्रूट भी कहा जाता है। सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके अंदर विटामिन सी पाया जाता है। आपने बाजार में बहुत सारे Kiwi देखे होंगे। ये दिखने में हरे रंग की होती है अंदर से हरा और बाहर से इसका रंग भूरा होता है।

अगर आप यह सोचते हैं कि नींबू, संतरा इसे ज्यादा बेहतर है तो आप गलत सोच रहे हैं।

क्योंकि इससे ज्यादा विटामिन सी आपको किसी भी Fruit में नहीं मिलेगा। जी हाँ आप बिलकुल सही सुन रहे हैं।

यह सिर्फ विटामिन सी से भरपूर नहीं है अगर आपको नींद भी नहीं आती है तब आप Kiwi खा कर अच्छी नींद ले सकते हो। उसी के साथ साथ इसके अंदर काफी अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है,

जो कि आपके पेट के लिये काफी ज्यादा लाभदायक होता है और मददगार होता है। अगर आप अपनी त्वचा को सुंदर बनाना चाहते हैं तब भी Kiwi का उपयोग करके आप लाभ पा सकते हैं।

1. Kiwi Benefits in Diabetes – मधुमेह में कीवी का योगदान

बहुत से लोगों का ऐसा मानना होता है कि आपको शुगर है तो आप मीठे फल नहीं खा सकते। मगर ऐसा नहीं होता है कुछ fruits ऐसे होते हैं जो आप शुगर रहते हुए भी खा सकते हो।

उसमें से एक फ्रूट है कीवी इसको आप खा सकते हो। यह ना केवल आपके शुगर लेवल को कम करेगा बल्कि आपकी डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।

इसीलिए शुगर में कीवी खाने के फायदे बहुत सारे हैं। अगर आप इसको खाओगे तो आपकी शुगर में काफी ज्यादा मदद होगी और इस बीमारी से बचे रहेंगे।

2. Kiwi Ke Fayde Bukhar Me – तेज़ भुखार में कीवी के फायदे 

अगर किसी को बुखार हो जाए तो उसको Kiwi का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि ऐसा हो सकता है कि हमारे प्लेटलेट्स कम होने लग जाए और प्लेटलेट्स कम होने पर हमें काफी दिक्कत आने लग जाती है।

तो कीवी एक ऐसा स्रोत है जहां से प्लेटलेट्स (Platelets) को बढ़ाने में काफी ज्यादा मदद मिलती है और व्यक्ति की जान बच सकती है।

और तो और Kiwi Ke Fayde बुखार में आयी कमज़ोरी को सबसे जल्दी दूर करते हैं.

3. Khali Pet Kiwi Khane Ke Fayde – सुबह खाली पेट कीवी के सेवन की भूमिका

अगर आप सुबह खाली पेट Kiwi का सेवन करोगे तो आपके पेट से जुड़ी काफी बीमारियां दूर होने लग जाएंगी। कीवी भूख बढ़ाने के साथ साथ पाचन तंत्र को दरुस्त बना देता है।

जिससे की 80% पेट की बीमारियां वैसे ही खत्म हो जाती हैं। क्यूंकि अगर आपका पाचन तंत्र मज़बूत है तो कोई पेट की बीमारी आपको छू भी नहीं सकेगी।

आईये जानते हैं खाली पेट इसका सेवन करने से Kiwi Ke Fayde क्या है।

  • इससे सेवन से आपके पेट में जितने भी टॉक्सिन होते हैं सब बाहर निकल जाते हैं।
  • उसी के साथ आपकी इम्यून सिस्टम को काफी ज्यादा boost मिलेगा।
  • आपको भूख लगने भी शुरू हो जाएगी।
  • यह फल पाचन तंत्र ठीक करके कब्ज़ की समस्या को दूर कर देता हैं।
  • आपको पेट से जुड़े जितने भी रोग होंगे सब के सब खत्म हो जाएंगे।
  • Kiwi Ke Fayde लेकर कई तरह के संक्रमण को दूर किया जा सकता है।
  • शरीर में गुड़ कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है।
  • Arthritis यानि गठिया की बिमारी को जड़ से ख़तम करता है।
  • शरीर के अंदरूनी घावों को भरने और सूजन कम करने में मदद करता है।
  • वज़न कम करने के लिए कीवी बहुत ही फायदेमंद है।
  • विटामिन सी, विटामिन के और फाइबर का अच्छा स्रोत है।
  • सर्दी, ज़ुकाम में कीवी का सेवन अति लाभदायक होता है।
  • अस्थमा के रोगियों के लिए सर्वश्रेष्ठ फल माना जाता है।
  • आँखों की कमज़ोर रौशनी को तेज़ करने और चश्मा हटाने में सहायक है कीवी।
  • इसकी सही मात्रा के सेवन से हृदय घात जैसी बीमारी को टाला जा सकता है।
  • कीवी के गुण Blood Clotting यानि नसों में खून को जमने से रोकते हैं।
  • कीवी में पोटाशियम की मात्रा अच्छी होती है जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
  • Kiwi पर्याप्त नींद लाने में बहुत मदद करता है इसके सेवन से अनिद्रा दूर हो जाती है।

गर्भावस्था में कीवी के फायदे

कीवी फ्रूट में काफी ज्यादा फोलिक एसिड पाया जाता है जो कि प्रेग्नेंट लेडीज के लिए काफी ज्यादा जरूरी होता है। हम अक्सर देखते हैं कि जो भी लेडीस गर्भवती होती है वह हमेशा फोलिक एसिड की गोलियां खाती हैं।

और ये गोलियां काफी महंगी भी होती हैं। यह दिक्कत ना आए इसलिए पहले से ही आपको कीवी का सेवन करना चाहिए। तो आईये अब जानते हैं Kiwi Ke Fayde in Pregnancy पूरे विस्तार से।

  • अगर आप प्रेग्नेंट (गर्भवती) भी है तब भी आप की kiwi fruit खाकर अपनी सेहत बना सकते हैं।
  • मां के लिए और मां के बच्चे दोनों के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है।
  • इससे खून की कमी नहीं होती है।
  • विटामिंस मिनरल्स की वजह से पोषण मिलता है। जो बच्चे के लिए काफी ज्यादा लाभकारी होता है।
  • शरीर में फोलिक एसिड की मात्रा को बढ़ाता है जो भ्रूण के लिए ज़रूरी होता है।
  • गर्भावस्था में महिलाओं के हार्मोन को संतुलित करता है।
  • कीवी परेबिओटिक्स का बहुत ही अच्छा स्रोत है।

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5. Bachho Ke Liye Kiwi Ke Fayde – बच्चों के आहार में कीवी शामिल करें 

Kiwi खाने में खट्टा मीठा होता है, जो की बच्चे खाना काफी पसंद करते हैं। इसलिए इसको बच्चों को खिलाना आसान होता है।

कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आता है, मगर बच्चों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। हम सब लोग जानते हैं कि बच्चों की हाइट कितनी ज्यादा महत्वपूर्ण रखती है, ये रहे Kiwi Ke Fayde बच्चों के लिए।

  • अगर आप Kiwi अपने बच्चों को खिलाओगे तो इससे बच्चों की हाइट ग्रोथ में काफी ज्यादा बढ़ोतरी होगी
  • बच्चों को ज्यादा मात्रा में विटामिन और मिनरल मिलेंगे और उनको ताकत भी आएगी।
  • ये फ़ल डेंगू के इलाज में प्लेटलेट्स को बढ़ाने में काफी सहायक होता है।
  • 100 ग्राम कीवी के अंदर 312% मैग्नीशियम की मात्रा पायी जाती है।

6. Can Help Treat Asthma – अस्थमा रोग के इलाज में गुणकारी

सांस की बीमारियां दूर करने में भी Kiwi Ke Fayde बहुत हैं। कई लोगों को सांस की बीमारी होती है जिसे अस्थमा कहा जाता है। इसमें भारी मात्रा में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो अस्थमा रोग को दूर करते हैं।

How to Eat Kiwi Fruit in Hindi – कीवी का सेवन कैसे करे ?

बहुत से लोगों को यह नहीं पता है कि Kiwi का फ्रूट कैसे खाते हैं। दरअसल कीवी फ्रूट खाने के लिए इसको ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं होती है।

आपको इसको काटना पड़ता है और काटने के बाद ही खाना होता है। इसका जो बाहर का हिस्सा होता है वह काफी सख्त होता है।

इसको आप खा नहीं सकते हैं इसलिए इसके अंदर का भाग आपको खाना पड़ता है।

तो दोस्तों यह थी पोस्ट  Kiwi Ke Fayde के बारे में। आशा है आपको हमारी आज की ये जानकारी पसंद आई होगी। अगर पसंद आई है तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करें. ऐसा करने से हमें प्रेरणा मिलेगी।

आप हमारे पोस्ट पर आते रहिये  ताकि हम आपके लिए ऐसे ज्ञान से भरे पोस्ट को लिख सकें. आपको उनको पढ़कर फायदा मिल सके। यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद

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aloe vera uses

Amazing Herb Aloe Vera Uses and Benefits In Hindi

Aloe Vera Uses and Benefits in Hindi : आज के ज़माने में अगर किसी एक दवा का सबसे ज्यादा प्रचार प्रसार हुआ है या फिर आपको Cosmetic की हर दवा में इसका नाम सुनने में जरूर मिल जायेगा और उसका नाम है एलोवेरा, घृतकुमारी या जिसे आम बोलचाल की भाषा में ग्वारपाठा भी कहा जाता है। अब इसका प्रचार प्रसार तो बहुत होता है और आप में से बहुत सारे लोग इसे सुबह इसका सेवन भी करते होंगे।

Aloe Vera uses for face, skin in Hindi

पर ये पीने पे शरीर में क्या क्या काम करता है, किन किन लोगों के लिए ये ज्यादा फायदेमंद है और कोन सी अवस्था में एलोवेरा का उपयोग कम करना चाहिए या उससे बचना चाहिए। ये जानकारी काम ही लोगों को होगी। इस लेख में आज हम एलोवेरा के ऊपर चर्चा करेंगे जिसमें हम एलोवेरा के क्या क्या आयुर्वेदिक गुण हैं वो जानेंगे। साथ ही साथ एलोवेरा के ऊपर क्या क्या शोध हुए हैं और इसके क्या क्या उपयोग आपको विशेष रूप से देखने को मिल सकते हैं। एलोवेरा को आयुर्वेद में कुमारी कहा जाता है अर्थार्त ये जो कुमारी, लड़कियों के रोग होते हैं खासकर की रजो दोष के जो रोग होते हैं उनमें विशेष रूप से उपयोगी है। इसके संस्कृत में २७ से ज्यादा नाम बताये गए हैं जिसमें की वीरा, तरुणी, रमा, कपिला, माता, मंडला इत्यादि।

एलो वेरा एक छोटा सा कटीला पौधा होता है जिसकी पत्तियों में बहुत ही गुणकारी तरल पदार्थ होता है। इसमें कई तरह के प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं। इसीलिए ये हमारे शरीर और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। एलो वेरा औषधीय गुणों से भरा होता जिसके नियमित इस्तेमाल से कई तरह के रोगो के उपचार किये जा सकते हैं। आज हम इस लेख में एलो वेरा से जुडी तमाम जानकरी आपके साथ साँझा करेंगे ताकि आप भी एलो वेरा का इस्तेमाल करके इसका फायेदा ले सकेंगे। इसका उपयोग करके आप तंदुरुस्त रह सकते हैं। तो आईये जानते हैं की एलो वेरा के क्या क्या फायदे हैं और इसका उपयोग किस किस तरह से किया जा सकता है।

Aloe Vera Uses for Skin | एलोवेरा (घृतकुमारी) के लाभ से त्वचा को निखारें

एलोवेरा (घृतकुमारी) में आवश्यक विटामिन्स, मिनरल्स और एंटी इन्फ्लैमटॉरी प्रॉपर्टीज होती हैं। एलोवेरा त्वचा को गंभीरता से पोषण देता है। अगर आपको एलोवेरा नहीं मिलता तो आप इसका पौधा घर में भी लगा सकते हो या फिर बाजार में जो एलोवेरा जैल मिलता है उसका भी इस्तेमाल कर सकते हैं। तो आईये जानते हैं एलोवेरा के त्वचा पर इस्तेमाल करने लायक पांच तरीके।

1. Cure Pigmentation Problems Aloe Vera

aloe vera uses for pigmentation
Aloe Vera Best for Pigmentation Treatment

पहली चीज है पिगमेंटेशन (pigmentation) जिसे हम हिंदी में झाइयां भी बोलते हैं, पिगमेंटेशन को हटाने में एलोवेरा बहुत मदद करता है। ये उपाए करने के लिए दो चमच एलो वेरा जैल में एक चमच गुलाब जल Rose Water मिला लें। ये मिश्रण अपने चेहरे पर लगा कर इसे १५ मिनट (15 मिनट मिनट) तक छोड़ दें। उसके बाद आप अपना चेहरा ठन्डे पानी से धो लीजिये और धीरे धीरे इसे एक कोमल तोलिये से पोंछ लीजिये। इस उपाए से आपकी Pigmentation की समस्या ख़तम हो जाएगी।

2. Aloe Vera uses for Glowing Skin

Aloe Vera Uses and Benefits In Hindi

ग्लोइंग त्वचा पाने के लिए भी आप एलो वेरा (Aloe Vera) का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसके लिए आपको चार चीजों की जरुरत होगी जो आसानी से आपको घर में मिल जाएँगी । २ चमच एलो वेरा जैल में चुटकी भर हल्दी (Turmeric), एक चमच गुलाब जल (Rose Water) और एक चमच शुद्ध शहद (Honey), ये मिला कर आपको एक मिश्रण बना लेना है, ये Face Pack अपने चेहरे पर लगा कर इसे २० मिनट तक छोड़ दें इसमें वो सारी सामग्री (Ingredients) है जो आपकी त्वचा को गोरा बनाने में आपकी मदद करेगी और आपकी त्वचा में निखार आ जायेगा । २० मिनट के बाद अपना चेहरा धो लीजिये इससे आपको ज़रूर फायदा मिलेगा।

3. Aloe Vera Benefits for Forehead Lines, Reduce Wrinkles on Face

Aloe Vera Benefits for Wrinkles

एलो वेरा का तीसरा फायदा है की ये चेहरे की झुर्रियों (Wrinkles) को दूर करने में बहुत लाभकारी होता है, उम्र के बढ़ते बढ़ते हमारे चेहरे का नूर धीरे धीरे कम होने लगता है और हमारी त्वचा पर झुर्रियों पड़ने लग जाती हैं। इस उपाए को करने के लिए बेसन को एलो वेरा जैल को मिला कर इसका एक लेप बना लीजिये और ये लेप अपने चेहरे पर लगा कर १५ मिनट तक इसके सूखने का इंतज़ार कीजिये। बाद में अपने चेहरे को पानी से धो लीजिये इसके इस्तेमाल से Aging Signs यानी की झुर्रियां ख़तम हो जाएँगी।

4. Uses of Aloe Vera for Pimples Free Skin

कील-मुंहासे (Pimples) से छुटकारा पाने के लिए भी एलो वेरा बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए आप एलो वेरा के पत्ते को बीच से काट कर इसे अपने चेहरे पर मसाज करें, इसको रोज़ाना करने से चेहरे से कील-मुंहासे (Pimples) चले जायेंगे और त्वचा में नमी बनी रहेगी।

5. Benefits of AloeVera for Hair

बालों के झड़ने के समस्या का या इलाज (Cure) करने का कोई भी अभी तक कोई फुल प्रूफ तरीका उपस्थित नहीं है। एलोवेरा, जैल के रूप में ज्यादातर मिलता है ये १००% शुद्ध या कुदरती तोर पर सीधे पौधे से भी इस्तेमाल किया जा सकता है। एलोवेरा जैल में Polysaccharides और Glycoproteins होते हैं जो आपकी सर के तल को ठंडक पहुंचा देते हैं।

इसमें Proteolytic Enzymes भी होते हैं जो तल के Dead Cells की मुरम्मत करते हैं। ये Dormant या Resting Hair Follicles को हेयर ग्रोथ को बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। एलोवेरा Scalp को Moisture और Smoothness भी देता है। जिन लोगों ने केश प्रत्यारोपण (Hair Transplant) करवाया है ऐसे लोगों में एलोवेरा, ऑपरेशन के बाद होने वाली जो Redness रहती है या Scalp जो सूखा रहता है, रूसी,डैंड्रफ (Dandruff) हो जाता है और खुजली जो रहती है उसको कम करने में मदद करता है।

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एलोवेरा आपके Scalp के pH को समान्तरण करके उसकी सेहत को अच्छा रखता है। ये बालों को कुदरती तरीके से Conditioning देने का काम भी करता है जैसे की रूखे सूखे बालों को अच्छी तरह से मॉइस्चराइज़ करके उनमें नयी चमक भी लाता है। एलोवेरा का उपयोग Hair Texture के लिए बहुत अच्छा कहा जा सकता है। वैसे तो बाजार में एलोवेरा जैल, शैम्पू आसानी से मिल जाते हैं पर अगर आप ताज़ा घर पे बनाया हुआ जैल इस्तेमाल करते हो तो उसके आपको बहुत सारे अच्छे अच्छे गुण भी मिलेंगे। अगर आपको गंजेपन की समस्या है या फिर आपके बाल बहुत ज्यादा झड़ते हैं तो एलोवेरा आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।

Aloe Vera Juice Side Effects for Health | एलोवेरा के दुष्प्रभाव

अपने एलो वेरा जूस के बहुत सारे फायदे सुने होंगे, इसे त्वचा पर लगाने से लेकर इसके जूस को पीने से होने वाले फायदों से आप अच्छी तरह वाकिफ होंगे, पर क्या आप जानते हैं की इससे होने वाले नुक्सान भी बहुत हैं। जी हाँ, हैरान न हों ये सच है की जिस तरह एलो वेरा को आप बहुत सारी परेशानियों का रामबाण मानते हैं ठीक उसी तरह इसके कुछ भयंकर नुक्सान भी होते हैं।

एलो वेरा में मौजूद Laxative के कारण आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आईये जानते हैं उन परेशाईनों के बारे में, बात करेंगे पहले दुष्प्रभाव की।
एलो वेरा बहुत सारे लोगों की त्वचा के लिए वरदान की तरह काम करता है पर है की इसका ज्यादा इस्तेमाल आप पर भारी पढ़ है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से आपकी त्वचा पर खुजली हो सकती है।

एलोवेरा (घृतकुमारी) के भयंकर दुष्प्रभाव :-

Blood Pressure Problems : बात करें एलो वेरा जूस की तो एलो वेरा जूस का रोज़ाना सेवन करने से रक्तचाप (Blood Pressure) बेहद कम हो जाता है, उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) से परेशान लोगों के लिए इसका सेवन अच्छा है लेकिन Low Blood Pressure के मरीज़ों के लिए ये परेशानी की वजह बन सकता है। बात करेंगे कमज़ोरी की , जिन लोगों को दिल से सम्बंधित कोई परेशानी हो उन्हें एलो वेरा के सेवन से बचना चाहिए। रोज़ाना इसके सेवन से अनियमित दिल की धड़कन और शारीरिक कमज़ोरी हो सकती है।

Irritable Bowel Syndrome : अगर आपको कब्ज़ की शिकायत है तो एलो वेरा जूस से दूर रहें क्यूंकि एलोवेरा जूस में laxative आपकी I.B.S की शिकायत को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं। सेवन से Diarrhea और Loose Motion की शिकायत हो सकती है।

Aloe Vera in Pregnancy : जो महिलाएं गर्भवती हैं और जो महिलाएं अपने शिशु को स्तनपान करा रहीं हैं उन महिलाओं को एलोवेरा के सेवन से बचना चाहिए। एलोवेरा का जूस गर्भावस्था में आपके लिए परेशानी बन सकता है तो हो सके तो इसके इस्तेमाल से बचें। गर्भावस्था में अगर कोई महिला एलोवेरा का इस्तेमाल करती है तो गर्भपात (Miscarriage) हो सकता है या बच्चे में जन्मजात कोई दोष भी हो सकता है।

१२ साल से काम उम्र के बच्चों के लिए एलोवेरा का जूस सुरक्षित नहीं होता इसमें मौजूद लेक्सेटिव दवाओं के असर को रोकते हैं। अगर कोई व्यक्ति किसी तरह की दवाईयों का सेवन कर रहा है तो साथ में एलोवेरा का अधिक इस्तेमाल करने से उन दवाईयों का असर काम होगा। मतलब की शरीर में दवाओं का लाभ काम मिलेगा।

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